(रशीद क़ुरैशी)
महोबा जिले के पनवाड़ी क्षेत्र के स्योढ़ी गांव में संचालित निजी भूमि पर बालू माफियाओं द्वारा अवैध खनन के मामलों का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। जिसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस क्षेत्र में किसान भग्गी की गाटा संख्या 528, जिसका कुल रकवा 0.3800 हेक्टेयर है,इस पर किसान से गठजोड़ कर बालू माफियाओ द्वारा शासन और विभागीय गाइडलाइंस की अनदेखी करते हुए अवैध तरीके से बालू का खनन किया जा रहा है। वहीं इनके हालांकि बालू खनन का पट्टा वैध होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन जमीन पर जारी खनन गतिविधियां पूरी तरह से अवैध हैं।
वैधता की आड़ में चल रहा इनका अवैध कारोबार सरकार को राजस्व की क्षति देने से परहेज नहीं कर रहा है ।माफियाओं द्वारा वैध पट्टे की आड़ में बड़े पैमाने पर नियमों का उल्लंघन कर अवैध खनन किया जा रहा है। यहाँ बालू माफियाओ द्वारा पट्टा धारक को बरगलाकर ओने पौने दाम में एग्रीमेंट करा लेते फिर इनके द्वारा बालू खनन की सीमा और गाइडलाइंस का उल्लंघन खुलेआम किया जाता है, बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई करने में विफल साबित हो रहा जिस कारण इनके हौसले बुलंद हैं । वहीं इस अवैध खनन से न केवल शासन के राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि इससे पर्यावरण पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय किसानों और ग्रामीणों में इस खनन को लेकर आक्रोश है, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव उनकी जमीन और जलस्तर पर पड़ रहा है।