(रशीद क़ुरैशी)
महोबा जिले के पनवाडी के अंतर्गत शयोढ़ी मौजा के गाटा संख्या 236 में किस कदर बालू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं आप इसका उदाहरण इस वीडियो को पूरा देखकर लगा सकते हैं कि तीन लोगों को बालू माफिया ने शोले फिल्म के किरदार गब्बर से प्रेरित होकर इस कदर बंधक बनाकर घुटनों के बल बैठा दिया है और सवाल -जवाब का दौर जारी कर दिया।वीडियो में असहज लाचार और बेबस नजर आ रहे यह तीनों युवक कुछ भी नहीं कह पा रहे हैं और एक के बाद एक बालू माफिया द्वारा सवाल दागे जा रहे हैं । सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि गुण्डई लठैत और असलाह के बल पर किस तरह बालू खनन कानून को ठेंगा दिखा कर किया जाता है कोई इनसे सीखे जो खुद कानून को हाथ मे लेकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
मामला कहाँ का है
आपको बता दे कि वायरल वीडियो थाना पनवाड़ी के शयोढ़ी मोजा गाटा संख्या 236 किशोरीलाल के खंड का बताया जा रहा है। वीडियो की में आ रही आवाज़ से मालूम पड़ रहा है कि घुटनों के बल लाचार बैठे तीनो लोग खदान पहुँचे मगर वहां बैठे बालू माफिया के गुंडों ने उन्हें पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट कर दी । बालू वही तीनों युवकों को पैसे मांगने और देने की बात भी आ रही है।
(क्यों नही की शिकायत)
सवाल ये है कि अगर तीनो लोग खदान में पहुँचकर खदान वालो से अवैध उगाही कर रहे थे तो इसकी शिकायत बालू कारोबारियों ने पुलिस से क्यों नही की खुद ही मारपीट कर बंधक बनाकर कानून का पाठ पढ़ाने लगे और एक युवक का हाथ टूट गया
(ऐसे में तो कहलाते हैं तथाकथित)
वही दूसरा सवाल यह है कि खुद को पत्रकार बताकर अगर कवरेज करने गए थे । और खबर बनाने पर बौखलाकर बालू माफियाओं द्वारा मारपीट कर बंधक बनाने की सूचना पुलिस को क्यों नही दी और अपने अपने संस्थानो को क्यों नही सूचित किया क्यों नही अपने ऊपर घटित हुई घटना को प्रकाशित किया ।
(कोई प्रतिक्रिया नहीं)
वहीं तेजी से वायरल हुए इस दबंगई और दयनीय बाले वीडियो पर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा की प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
(सम्बन्धित विभाग कर्यवाही के नाम पर शून्य)
वही आपको ये भी बता दे कि किसानों की भूमि कृषि योग्य करने की मंशा से निजी भूमि के पट्टे नियम और एनजीटी की गाइडलाइन की शर्तो का पालन करने की शर्त पर आवंटित किए गए हैं । मगर पनवाड़ी में चल रही खदाने सिर्फ कागजों तक ही नियम पूरे कर रही हैं। यहां पर सारे नियम कानून को ताक में रखकर खुद के बनाये गए बालू माफियायो के अवैध नियम चल रहे हैं। बड़ी बड़ीं प्रतिबन्धित मशीनों से निरन्तर जमीन का सीना चीर कर बालू निकाली जा रही है। मगर सबंधित विभाग कार्यवाही के नाम पर शून्य बना हुआ है।