(रशीद क़ुरैशी)
महोबा में जमीनों पर अवैध तरीके से प्लाटिंग कर करोड़ो रुपये के राजस्व की चोरी का अनोखा खेल चल रहा है। भूमाफिया और भूस्वामियों का गठजोड़ सरकार को रोजाना महँगे राजस्व का नुकसान दे रहा है। जिले में करोड़ो की जमीनों की फर्जी तरीक़े से नोटरी करवाकर उसमें प्लाटिंग कर आम जनता को बेवकूफ बनाने का काम बदस्तूर जारी है।
वहीं इस अवैध प्लाटिंग के खेल में कुछ विभागीय कर्मचारी भी भूमाफियाओं का सहयोग कर रहे हैं। हाल ही ऐसा ही मामला सामने आया है । जिस पर चन्द्र भूषण जैन ने शहर के बींचो बीच बेशकीमती जमीन की नवीन श्रीवास्तव और उसके भाइयों से एक पांच पांच सौ के चार स्टांम्प में नोटरी कराई थी। जमीन का 21 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ था। सौदे की इतनी बड़ी डील मात्र 2000 रुपये की नोटरी में हो गयी ।
जिसके बाद भूषण जैन जमीन पर अवैध तरीके से मानकविहीन प्लाटिंग कर रहा था। इस बीच लेनदेन को लेकर भूषण जैन और नवीन श्रीवास्तव में विवाद हो गया। भूषण जैन ने कोर्ट के माध्यम से नवीन श्रीवास्तव, अमन श्रीवास्तव, प्रशांत श्रीवास्तव के खिलाफ चार सौ बीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।
वही इस खेल में कुछ राजस्व के कर्मचारी भी जुड़े हुए हैं। मुकदमा लिखते ही दोनो पक्षो में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वहीं नवीन श्रीवास्तव चन्द्र भूषण जैन को भू माफिया और फ्रॉड बता रहे है तो मामले में जब भूषण जैन का पक्ष लेने का प्रयास किया। तो वह सवालो से बचते नजर आए वहीं समय का अभाव बता कर अपना पक्ष नहीं बता पाए अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर इतने बड़े पैमाने में रोजाना राजस्व को चूना लगाया जा रहा है मगर इन नटवरलालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही ना उनके हौसले बुलंद किये हुए है ।
आपको बता दे कि इन्ही भूमाफियाओं और भूस्वामियों के शातिर दिमाग के चलते सरकार को करोड़ो रुपयों की राजस्व क्षति होती है। वही प्लाटिंग के नाम पर भोली-भाली जनता को ठगा जाता है। एक व्यक्ति अपने खुद के मकान बनाने का सपना पूरा करने के लिए पूरी जिंदगी की गाढ़ी कमाई ऐसे लोगो के हाथों में दे देता है। बाद में खुद को ठगा सा महसूस करता है,,आखिर इन सब का जिम्मेदार कौन है ये बड़ा सवाल है।