(रशीद क़ुरैशी)
महोबा पुलिस की द्वारा पुलिस भर्ती परीक्षा से लेट लतीफ़ हुए अभ्यर्थियों को खुद अपने सरकारी वाहन से उन्हें सेंटर तक पहुंचाकर उनका हौसला बढ़ाया और कभी भी हताश न होने की बात कही सभी अभ्यर्थियों ने पुलिस के इस कार्य की सराहना की और कहा कि अगर पुलिस उनकी मदद ना करती तो शायद वह इस परीक्षा से वंचित हो जाते। आपको बता दे कि एक महिला अभ्यर्थी कु0 प्रियंका (नई दिल्ली) जो सेंटर के मिलते जुलते नाम की वजह से सेंट जेम्स इन्टर कॉलेज चरखारी महोबा के बजाय सेंट जोसेफ इण्टर कॉलेज महोबा परीक्षा केंद्र पर भूल वश आ गई थी, अभ्यर्थी को समय करीब 09:18 बजे पता चला कि उसका सेंटर महोबा न होकर चरखारी में है तो वह फूट फूट कर रोने लगी..परीक्षा के लिये गेट बन्द होने का समय 09.30 था।
पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता को उक्त प्रकरण की जानकारी हुई तो अविबिलंब बच्ची को चरखारी उसके सेंटर पर अपनी गाड़ी से भेजते हुए समय से सेंटर पहुंचाया गया। समय से परीक्षा केन्द्र पहुंचने पर महिला अभ्यर्थी के खुशी से आंसू छलक पड़े, महिला अभ्यर्थी ने पुलिस अधीक्षक महोबा सहित जनपदीय पुलिस का किया शुक्रिया।
इसी क्रम में एक महिला अभ्यर्थी पूजा यादव जो की पश्चिम बंगाल से पुलिस परीक्षा में सम्मिलित होने महोबा आयी थी, जिसका बैग आटों में छूट गया था, जिसमें अभ्यर्थी के समस्त कागजात व रुपये पैसे थे, जिस पर वह हतास व रो रही थी। इसकी जानकारी होने पर क्षेत्राधिकारी नगर दीपक दूबे द्वारा त्वरित संज्ञान लिया गया व महिला अभ्यर्थी को संबल प्रदान उसके बैग को खोजकर सकुशल परीक्षार्थी को दिया गया, परीक्षार्थी द्वारा बैग को चेक किया गया समस्त कागजात व रुपये पैसे बैग में मिले, परीक्षार्थी को सकुशल अपने सेन्टर पर भेजा गया जिससे परीक्षा में समय से प्रतिभाग कर सकी।
इसी कड़ी में एक अन्य महिला अभ्यर्थी खुशबू जो कि उत्तराखंड से आयी हुई थी जो सेंटर के मिलते जुलते नाम की वजह से राजकीय इण्टर कालेज श्रीनगर महोबा के बजाय राजकीय इण्टर कॉलेज महोबा परीक्षा केंद्र पर भूल वश आ गई थी, महिला अभ्यर्थी को जब इऩ्ट्री गेट से वापस किया गया तब उसको गलती को अहसास हुआ जिससे वह फूट फूट कर रोने लगी..इस पर थाना कोतवाली नगर महोबा निरीक्षक अपराध गोपाल चन्द्र कन्नौजिया द्वारा अपनी सरकारी गाडी से महिला अभ्यर्थी को उसके मूल सेन्टर थाना श्रीनगर भेजा गया जिससे वह अपनी भर्ती परीक्षा में प्रतिभाग कर सकी।