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महोबा जिला मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार के निर्देशानुसार कोविड महामारी में लगाए गए कर्फ्यू के दृष्टिगत आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों पर नियंत्रण रखने के उद्देश्य से एडीएम वित्त एवं राजस्व आरएस वर्मा एवं डीएसओ एसपी शाक्य द्वारा महोबा, चरखारी, कुलपहाड़ एवं बेलाताल के बाजारों में गोपनीय रूप से भ्रमण कर आवश्यक वस्तुओं यथा दाल, चावल, चीनी, बेसन, सरसों का तेल, रिफाइंड ऑयल आदि के रेट पता किए गए।इस निरीक्षण के दौरान 32 दुकानों पर रेटों की जानकारी ली गयी तथा आवश्यक वस्तुओं की ज्यादा कीमत बसूलने पर 8 दुकानदारों को नोटिस तलब किए गए।
इस दौरान कुछ दुकानों पर आवश्यक वस्तुओं के रेट में भिन्नता भी पाई गई।जिन दुकानों पर आवश्यक वस्तुओं के रेट में भिन्नता पायी गयी उनको नोटिस दिया गया साथ अन्य दुकानदारों व व्यापारियों को सख्त हिदायत दी गयी कि कर्फ्यू के दौरान सरकार द्वारा जारी की गयी गाइडलाइंस का अक्षरशः पालन करें और प्रशासन द्वारा दुकान खोलने हेतु जारी गुलाबी रंग का पास अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करें।काला बाजारी व मुनाफ़ा खोरी कदापि न करें, ऐसा करते पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और आपदा प्रबंधन एक्ट के अंतर्गत कड़ी से कड़ी कार्रवाही अमल में लायी जाएगी।उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि कोई भी व्यापारी नियत एमआरपी/ बाजार मूल्य से अधिक किसी भी वस्तु की बिक्री न करे, यदि ऐसी किसी भी प्रकार की शिकायतें पायी गयीं तो विधिक कार्रवाही होगी और इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।
उक्त के सम्बंध में उन्होंने जनपदवासियों को सूचित करते हुए कहा कि जमाखोरी/ मुनाफाखोरी आदि से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के हेल्पलाइन: 05281-254901,05281-254902,05281-297939,05281-297940 तथा एडीएम वित्त एवं राजस्व 9454417605, एसडीएम महोबा 9454416012, एसडीएम चरखारी 9454416013, एसडीएम कुलपहाड़ 9454416014, डीएसओ 9412488883 के मोबाइल नंबर पर सूचित करें।प्राप्त शिकायत का तत्काल संज्ञान लिया जाएगा और तदनुसार आवश्यक कार्रवाही की जाएगी।
इसके साथ ही एडीएम ने व्यापारियों/ दुकानदारों से यह भी कहा कि दुकान के सामने आवश्यक दूरी पर गोले बनवाएं, मास्क लगाएं और मास्क लगाकर आने वालों को ही सामान दें, आने वाले ग्राहकों के हाथ सेनेटाईज कराएं तभी सामान दें, आस पास साफ-सफाई का ध्यान रखें, दुकान पर साउंड लगाकर लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के प्रति जागरूक करें।